जो बातें आप सब तक पहुंचाना चाहते हैं, उसे आप यहाँ कह सकते हैं ...
अपने अतीत की ओर लौटना वर्तमान में अपनी सुरक्षा और गौरव की तलाश का आधार बन सकता है। चन्द्राकर समाज सदियों से अपनी अलग पहचान बनाए हुए स्वाभिमानी समाज रहा है। हमारा समाज थिरकता, गाता-गुनगुनाता खेती करता गांवों में बसा और अपनी अलग जातिय अस्मिता का आग्रही व राजनीतिक रूप से चैतन्य रहा है।
हम चंद्राकर समाज के इतिहास, रीति-रिवाज, खान-पान, रहन-सहन, परंपराओं, गतिविधियों, विभिन्न संस्कारों व उसमें गाए जाने वाले गीतों, समाज में जन्म लिए विभुतियों आदि विभिन्न बातों से सम्बन्धित तथ्यपरक जानकारियां जुटाने का प्रयास कर रहें हैं।
4 comments:
आदरणीय राजेशजी ,
आपने जो समाज के बारे में हो जानकारी दिया है , उसके लिए धन्यवाद् ,आपका प्रयास सराहनीय है. हमारे लिए अगर कोई सेवा हो तो आदेश दीजियेगा.
जीतेन्द्र चंद्राकर, कुरूद, धमतरी
मो. - 9893220679
राजेश जी, आपके द्वारा शुरू किया गया यह प्रयाश वाश्तव में तारीफ के काबिल है. यह प्रयाश ऊंचाइयो के शिखर तक पहुचे यही शुभकामनाएँ है. साथ ही साथ समाज के लोगों से आग्रह भी करता हूँ की आपकी इस ब्लॉग साईट का पूर्ण रूप से उपयोग करें तथा इसे और भी अच्छी-अच्छी जानकारियों से परिपूर्ण करें.
सहृदय धन्यवाद् सहित .......
आपका अपना ही........
सीए शशिकांत चंद्राकर
२११, दूसरी मंजिल, देशबंधु काम्प्लेक्स,
अग्रसेन चौक, समता कालोनी, रायपुर.
फ़ोन-४०३२७२३(आ), २२४४७७३(नि)
Dear Rajesh ji Samaj ke baare me jankariya aur is madhyam se samaj ko jodne ki dish me sarahniya prayash hai..................
Shubhkamnaye sahi...
Chaman Lal Chandrakar
Raipur
Mo. 09009577789
आदरणीय राजेश जी..!
आपका यह प्रयास शतत् अविराम चलता रहे..! हार्दिक शुभकामनाओंं के साथ...
संतोष कुमार चन्द्राकर
http://nwabihan.blogspot.in/
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